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शिंदे सरकार ने 7 महीने में विज्ञापन पर उड़ाए 42 करोड़

कर के रूप में जनता की गाढ़ी कमाई का एक लाख रुपये प्रति घंटा

उन्मेष गुजराथी
स्प्राउट्स एक्सक्लूसिव

महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नक्शेकदम पर चल रही है. ‘स्प्राउट्स'(Sprouts) को चौंकाने वाली जानकारी मिली है कि शिंदे सरकार ने अपनी पीठ थपथपाने के लिए सत्ता में आने के बाद से पिछले 7 महीनों में 42 करोड़ 44 लाख रुपये खर्च किए हैं.

महाराष्ट्र में कुछ महीने पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) से डील की थी. उसके लिए उन्होंने तत्कालीन मूल शिवसेना (Shiv Sena) को तोड़कर भाजपा के साथ नई सरकार स्थापित की. तब से लेकर अब तक उन्होंने लाइमलाइट (limelight) में बने रहने के लिए कई विज्ञापन (advertisements) दिए हैं.

शिंदे ने छोटी-छोटी सरकारी गतिविधियों के लिए भी खूब विज्ञापन दिए हैं. आरटीआई कार्यकर्ता (RTI activist) नितिन यादव (Nitin Yadav) ने इस संबंध में जानकारी मांगी थी. इसके मुताबिक सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग (Information and Public Relations Department) ने यादव को यह आंकड़ा दिया था.

शिंदे ने जनता से मिले टैक्स के इस पैसे को उड़ा देने का बड़ा कारनामा किया है. उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) सरकारों के पिछले कार्यकालों में भी इतनी फिजूलखर्ची कभी नहीं हुई थी. इससे पता चलता है कि शिंदे लगातार सस्ती प्रसिद्धि के पीछे हैं.

‘हर घर तिरंगा’ (Har Ghar Tiranga) केंद्र सरकार (Central Government) की पहल थी. शिंदे सरकार के लिए इस पहल में दिल्लीश्वरों की इच्छा करना जरूरी था. इसलिए इस कार्य पर 10 करोड़ 61 लाख 568 रुपए खर्च किए गए.

यह भी उल्लेख है कि 86 लाख 70 हजार 344 रुपये ‘बूस्टर डोज’ (Booster Dose) पहल के प्रचार-प्रसार पर खर्च किए गए जबकि 4 करोड़ 72 लाख 58 हजार 148 रुपए ‘राष्ट्र नेता से राष्ट्रपिता सेवा पखवाड़े’ (Rashtraneta to Rashtrapita Seva) के प्रचार-प्रसार पर खर्च किए गए.

शिंदे सरकार पत्रकारों को खुश करने में सबसे आगे

शिंदे सरकार पत्रकारों को खुश करने का कोई मौका नहीं छोड़ती. उपहार देने के लिए दिवाली एक कथित अवसर था. शिंदे द्वारा ठाणे में पत्रकारों को खुश करने के लिए डिजिटल घड़ी वितरित की गई, जबकि विधानमंडल और मंत्रालय बिट्स को संभालने वाले प्रत्येक पत्रकार को 10 ग्राम सोने का सिक्का (लगभग 52,000 रुपये) वितरित किया गया.

प्रत्येक संपादक और महाप्रबंधक को डेढ़ लाख रुपये का एक एप्पल आइफोन 14 प्रो मैक्स (256 जीबी) (Apple iPhone 14 Pro Max (256 GB) मोबाइल दिया गया. लेकिन उसमें भी भ्रष्टाचार हुआ था. विश्वस्त सूत्रों से पुख्ता जानकारी मिली है कि सूची में कई पत्रकारों के नाम होने के बावजूद उन्हें यह दिवाली गिफ्ट नहीं मिला, इसलिए वे शिंदे से नाराज चल रहे हैं.
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