उन्मेष गुजराथी
स्प्राउट्स एक्सक्लूसिव
संपन्न परिवारों के अलग-अलग और भोले-भाले युवकों को आकर्षित कर उनके साथ शारीरिक और मानसिक संबंध बनाने, उनके साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहने और जरूरत पड़ने पर उनको जान से मार देनेवाली या आत्महत्या के लिए उकसाने और फिर उसकी संपत्ति हड़प लेने की विकृत मानसिकतावाली युवती की तत्काल जांच की मांग कथित आत्महत्या करने वाले युवक के भाई द्वारा की गई है.
31 वर्षीय पिंटू अजित जाना 2018 से सुरंजना दत्त (उम्र 31) नामक महिला के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहा था. उस समय सुरंजना ने मृतक पिंटू को मुंबई में उसका पुश्तैनी घर और दुकान बेचने के लिए मजबूर किया. इसमें से कुछ रकम से उन्होंने खारघर में एक फ्लैट खरीदा. फिर उसने अपने प्लान के अनुसार पिंटू को अपनी मां और बहन के साथ संबंध तोड़ने के लिए मजबूर किया, इतना ही नहीं, उसने उसकी मां को घर से निकाल दिया.
इसके बाद 24 मार्च 2022 को पिंटू की मां पुष्पा अजित जाना (उम्र 65 वर्ष) को सूचना मिली कि उनके बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. पिंटू के परिवारवालों के देने से पहले सुरंजना दत्त ने अपने कथित दोस्तों की मदद से पिंटू के शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान भूमि पहुंचा दिया था. लेकिन उसी वक्त पिंटू की मां ने खारघर पुलिस को फोन कर शिकायत की और कहा कि पिंटू के शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाए और मां होने के नाते शव को अंतिम संस्कार के लिए उसे सौंपा जाए.
पिंटू की मां ने पोस्टमॉर्टम से पहले स्थानीय थाने में शिकायत भी की थी, लेकिन शिकायत का कोई लाभ नहीं हुआ.
मृतक पिंटू की मां पुष्पा जाना ने गृह मंत्री और पुलिस कमिश्नर से मांग की है कि इस पुरे प्रकरण में संदिग्ध महिला सुरंजना दत्त, उसके साथी और खारघर पुलिस की भूमिका बेहद संदिग्ध है, जिसकी तुरंत जांच की जानी चाहिए.
महिला सुरंजना ने पिंटू से शादी करने का दावा किया है. इसके पहले सुरंजना ने कितने लोगों से शादी की थी. क्या उसने कानूनी रूप से उन सभी को तलाक दे दिया था, यदि हां, तो क्या वह कानूनी तौर पर पिंटू से शादी कर पाती? इतना ही नहीं, पूर्व में उसने कितने लोगों के साथ इस तरह धोखाधड़ी कर उनकी संपत्ति हड़पी है, इसकी तत्काल जांच होनी चाहिए और इस मामले की जांच किसी सेवानिवृत्त जज या भारतीय पुलिस सेवा के किसी ईमानदार अधिकारी की निगरानी में होनी चाहिए.
मृतक पिंटू के करीबी रिश्तेदार और भाई शंकर मंडल ने मांग की है कि पिंटू ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उसकी हत्या हुई है. इस मामले के शिकायतपत्र में संदिग्ध आरोपी सुरंजना की तुरंत जांच की जानी चाहिए और उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए.