मानव त्वचा की गुणवत्ता को गंभीर रूप से खराब कर सकती हैं एमवे की सनस्क्रीन क्रीम 

Unmesh Gujarathi
4 Min Read

SPROUTS Aug 12 2021 StoryPage1

उन्मेष गुजराथी
www.sproutnews.com

स्प्राउट्स (Sprouts) की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने हाल ही में किए गए एक शोध में खुलासा किया कि मल्टी लेवल मार्केटिंग (Multi-Level Marketing (MLM) कंपनी होने का दावा करने वाली एमवे (Amway) द्वारा भारत में बेची जाने वाली बहुप्रचारित सनस्क्रीन क्रीम (sunscreen cream) में अवयवों (ingredients) सहित 17 जहरीले रसायन होते हैं जो मानव त्वचा के सूर्य के प्रकाश के संपर्क में होने पर यूवी फिल्टर्स (UV filters) के रूप में कार्य करते हैं. 

सोडियम लॉरिल सल्फेट (Sodium Lauryl Sulfate) और सोडियम लॉरेथ सल्फेट (Sodium Laureth Sulfate) नाम के सोडियम डेरिवेटिव्स (Sodium derivatives) के अलावा कई हानिकारक अवयव हैं जिनमें इसके रंग घटक और सुगंध उत्प्रेरण एजेंट भी शामिल हैं. स्प्राउट्स की एसआईटी ने पुष्टि की है कि मानव शरीर पर हानिकारक दुष्प्रभावों वाले रसायनों के मामले में अवयवों (ingredients) को सबसे खराब दर्जा दिया गया है.

यह भी पाया गया कि यद्यपि यह बहुत महंगा उत्पाद है, लेकिन इसमें बहुत सस्ते रसायन होते हैं जो मानव त्वचा पर बार-बार लगाने से बहुत नुकसान पहुंचा सकते हैं. अभी तक भारतीय शहरों और कस्बों में बेचे जानेवाले इस उत्पाद के खिलाफ कई आरोप लगाए गए हैं.

इसी बीच, फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (Food and Drug Administration (FDA) अपने शोध निष्कर्षों को स्थापित करने में सक्षम रहा है कि सनस्क्रीन क्रीम के आम अवयवों में छह रसायन ऐसे हैं जो शरीर में अवशोषित हो जाते हैं और कुछ हफ्तों से अधिक समय तक शरीरी रहते हैं. जबकि इसका शोध इस दिशा में जारी है, एफडीए ने यह भी संकेत दिया है कि इसके परिणामस्वरूप नवजात शिशुओं के लिए जन्मजात दोष के अलावा महिलाओं की प्रजनन क्षमता में कमी आ सकती है.

स्प्राउट्स की एसआईटी ने यह भी पाया कि एसिड टेस्ट पास करने के लिए ऐसी क्रीमों का मानदंड “आम तौर पर सुरक्षित और प्रभावी के रूप में मान्यता प्राप्त” (Generally recognized as safe and effective (GRASE) की श्रेणी में आता है.

सुरक्षित विकल्प:

सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक धूप से बचें. यह वह समय होता है जब सूर्य की यूवी किरणें सबसे मजबूत अवस्था में होती हैं.

चौड़ी ब्रिम वाली हैट पहनें.

ऐसे कपड़े पहनें जो आपकी त्वचा को धूप से बचाएं.

टैनिंग बेड का इस्तेमाल न करें.

छांव में रहें. 

छांव में भी सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें.

17 हानिकारक जहरीले रसायन :

सोडियम लॉरिल सल्फ़ेट

सोडियम लौरेथ सल्फेट

डायमेथीकॉन (Dimethicone)

कोकामाइड मेया (Cocamide Mea)

मिथाइलक्लोरोआइसोथियाज़ोलिनोन (Methylchloroisothiazolinone)

पॉलीक्वाटरनियम – 6 (Polyquaternium – 6)

प्रोपलीन ग्लाइकोल (Propylene Glycol)

कार्बोमर (Carbomer)

लॉरेथ एन (Laureth n)

स्टीयरथ – 6 (Steareth – 6)

पेग- 100 स्टीयरेट (Peg- 100 Stearate)

पेग – एन (Peg – n)

ट्राइडेसेथ- एन (Trideceth- n)

एमोडिमेथिकोन (Amodimethicone)

बीएचटी (BHT)

मिथाइलिसोथियाज़ोलिनोन (Methylisothiazolinone)

टेट्रासोडियम एड्टा (Tetrasodium Edta)

डीएमडीएम हाइडेंटोइन (Dmdm Hydantoin)

सुगंधित इत्र (Fragrance perfume)

रंग (सीएल..) (color (Cl..)

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With over 28 years of experience, Unmesh Gujarathi stands as one of India’s most credible and courageous investigative journalists. As Editor-in-Chief of Sprouts, he continues to spearhead the newsroom’s hard-hitting journalism.
Past Editorial Roles:
•DNA (Daily News & Analysis) •The Times Group •The Free Press Journal
•Saamana •Dabang Dunia •Lokmat
Education:
•Master of Commerce (M.Com) •MBA •Degree in Journalism
Beyond his editorial leadership, Unmesh is a prolific author, having written over 12 books in Marathi and English on subjects such as Balasaheb Thackeray, the RTI Act, career guidance, and investigative journalism.
A regular contributor to national dailies and digital platforms, his work continues to inform, challenge, and inspire.
• A journalist. A leader. A voice for the people.